मछुआरों का प्रशिक्षण कार्यक्रम –
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योजना का उद्देश्य : सभी श्रेणी के मछुआरों को मछली पालन की तकनीक एवं मछली पकड़ने,जाल बुनने ,सुधरने एवं नाव चलने की का प्रशिक्षण |
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हितग्राही की पात्रता : जिला पंचायत की अध्यक्षता में संगठित समिति जिसमे दो नामांकित अशासकीय सदस्य तथा सहायक संचालक मत्स्यउद्योग होते है , द्वारा मछवारों का चयन किया जाना है | विभाग द्वारा 10 दिन का प्रशिक्षण दिया जाता है |
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मिलने वाला लाभ : चयन किये गए मछ्वारों को जिले में स्थित मत्स्य ,मत्स्य बीज केन्द्रों पर विभाग के अधिकारिओं द्वारा सैदान्तिक एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया जाता है | प्रशिक्षण अवधि में मछुवारों को प्रशिक्षण केंद्र तक आने जाने का किराया एवं 750 रू की प्रशिक्षण वृत्ति प्रशिक्षणार्थियों को दिया को दी जाती है | जाल बुनने के लिए 2 कि.ग्रा. तक का नायलोन धागा भी नि: शुल्क उपलब्ध कराया जाता है | प्रति प्रशिक्षणार्थी प्रशिक्षण पर रुपये 1250 व्यय. का प्रावधान है |
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हितग्राही के उपयोगार्थ निर्धारित आवेदन पत्र का प्रारूप : विकासखंड स्तर पर पदस्थ मत्स्य निरीक्षक/ मत्स्य पालन प्रसार कार्यकर्ता के पास आवेदन पत्र उपलब्ध |
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आवेदन पत्र प्राप्त एवं जमा करने की प्रक्रिया : मछुआरे जिन्हें शासकीय विभागीय या मंचायत के माध्यम से तालाब , जलाशय दीर्घ अवधि के लिए पट्टे पर प्रदाय किये गए है , वे मछली पालन तकनीकी ज्ञान हेतु प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु आवेदन प्रस्तुत करें |
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आवेदन जमा करने का स्थान : विकासखंड स्तर पर पदस्थ निरीक्षक / मत्स्य पालन प्रसार कार्यकर्ता के पास जमा |
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आवेदन प्रकरण के संबंध में किन-किन कार्यालयों में संपर्क कर सकता है : विकासखंड स्तर पर पदस्थ निरीक्षक / मत्स्य पालन प्रसार कार्यकर्ता/ जिला स्तर पर विभाग के जिलाधिकारी |
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